दरवाजे पर लात मारी, कैंची उठाकर स्टॉफ को धमकाया ,आरोपी मरीज ने मचाया अस्पताल में हंगामा ; मारपीट के चलते दो अस्पतालों में बेहोश रहा मरीज, कई पहले से दर्ज है और भी प्रकरण , दहशत में स्टॉफ

रतलाम, 08 मार्चइ खबरटुडे)। पांच दिन पूर्व जीडी अस्पताल के आइसीयू से निकल कर सड़क पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने वाले मामले में नया मोड़ आया है। अस्पताल प्रबंधन ने मारपीट के आरोपी के मरीज की मेडिकल हिस्ट्री के साथ उसके पल-पल के सीसीसीटीवी फुटेज मीडिया के सामने प्रदर्शित करते हुए अपना पक्ष रखा।
अस्पताल के डॉ लेखराज पाटीदार, आइएमए के अध्यक्ष डॉ गोपाल यादव, डॉ देवेन्द्र शाह एवं डॉ ओनिल सराफ मीडिया से रूबरू हुए।
डॉ पाटीदार ने बताया मारपीट में शराब के नशे और बेहोश होने पर जिस मरीज को परिजन अपनी इच्छा से अस्पताल लेकर आए। ईलाज के बारे में पल-पल की अपडेट लेने के साथ आईसीयू में जाकर भी उसे देखते रहे।
डॉ पाटीदार ने बताया होश में आते ही उसके पास खड़े रहे। वहीं छेड़छाड़ सहित अन्य अपराधो में लिप्त व्यक्ति ने होश में आते ही कैंची हाथ में उठाकर स्टाफ और अन्य मरीज और अटेंडर को दहशत में डालता रहा। अस्पताल में अंदर से लेकर बाहर तक न केवल गाली गलौज की बल्कि अपनी ही बहन को समझााने पर मारा। वहीं बाहर जाकर अचानक अस्पताल पर आरोप लगाने लगा।
मरीज के भर्ती होने से लेकर बाहर हंगामा करके रवाना होने तक के सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध हैं जिसमें उसके द्वारा कहे जा रहे झूठ साफ नजर आ रहे हैं। फिर भी सोशल मीडिया पर लोग बिना सच्चाई जाने उसकी बातों पर विश्वास कर रहे हैं। आईएमए अध्यक्ष डॉ. यादव ने कहा कि संस्था डॉ. पाटीदार के साथ खड़ी है। मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए जिससे की डॉक्टरों में भय का माहौल न रहे।
बेहोशी में आया, पुलिसकर्मी के आने पर भी नहीं उठा
डॉ. लेखराज पाटीदार ने बताया कि 3 मार्च 2025 को बंटी निनामा नाम के एक मरीज को उसके परिजन मेडिकल कॉलेज से बेहोशी की हालत में सुबह 10.11 बजे इलाज के लिए लेकर आए। मरीज बेहोश था जिसे आईसीयू में भर्ती करउपचार प्रारंभ किया गया। मरीज के खिलाफ दीनदयाल नगर थाने पर प्रकरण दर्ज हुआ था इसलिए पुलिस को सूचना दी गई। सुबह 11.40 मिनट पर मरीज पर दर्ज प्रकरण में दीनदयाल नगर थाने से पुलिसकर्मी अखिलेश पाटीदार बयान लेने अस्पताल पंहुचे।
उन्होंने आईसीयू में जाकर देखा लेकिन मरीज बेहोशी की हालत में ही था जिसपर पुलिसकर्मी काफी देर रुके लेकिन नहीं उठने पर चले गए। इस दौरान मरीज ने हरकत भी नहीं की। डॉ. पाटीदार ने बताया कि पुलिस अधिकारी के जाने के बाद उन्होंने फिर मरीज का परीक्षण किया लेकिन वह तब भी बेहोश था। अटेंडर को लगातार जानकारी दी गई बल्कि अटेंडर आईसीयू में आकर उसे देखते भी रहे जिसके वीडियो सीसीटीवी फुटेज में मौजूद हैं।
उठते ही किया हंगामा, कैंची भी उठाई
डॉ. पाटीदार ने बताया कि दोपहर 12.45 बजे होश में आने लगा तो स्टाफ ने उसका परीक्षण किया, लेकिन वह आक्रामक होने लगा। डॉक्टर द्वारा उसका परीक्षण करने पर हंगामा करने लगा। इस बीच उसकी पत्नी को फिर से आईसीयू में अंदर बुलाया गया, लेकिन मानने के बजाय मरीज ने उसके सामने ही पलंग से उतरकर हंगामा शुरू कर दिया।
उसने वहीं रखी सर्जिकल कैंची हाथ में उठाई और स्टाफ की ओर हमला करने के उद्देश्य से गाली देता हुआ पास आने लगा। स्टाफ और अन्य भर्ती मरीज कुछ समा नहीं पाए। इस बीच वह नीचे आया और रिसेप्शन काउंटर पर भी हंगामा करता रहा। यहां से कंैची छोड़कर बाहर निकल गया।
बहन से भी की मारपीट, फिर बदले सुर
डॉ. पाटीदार ने बताया कि युवक की आपराधिक प्रवृत्ति सीसीटीवी से भी साफ दिख रही है। बाहर आने पर भी उसकी बहन उसे समझााने का प्रयास कर रही थी, तब उसने अपनी बहन पर भी हाथ उठाया। लेकिन इसके बाद वह अस्पताल के खिलाफ भ्रामक बातें कहने लगा और अनर्गल वीडियो बनाकर वायरल किए।
उसकी पत्नी और बहन भी उसके साथ मिलकर गाली गलौज करने लगे। इस बीच ही अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को भी सूचना दे दी थी, लेकिन मौके पर पुलिसकर्मी भी उसे नहीं समाा सके। अन्य मरीज और परिजन इस दौरान भयभीत और परेशान होते रहे।
बंधक था तो पहले क्यों नहीं की शिकायत
डॉ. पाटीदार ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद से लगातार झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। जबकि सीसीटीवी में साफ नजर आ रहा है कि वह होश में आने के बाद से स्वयं ही हमला करने की कोशिश और हंगामा करता रहा। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी उसके बयान लेने कुछ ही देर पहले पंहुचे थे। ऐसे में अगर उसे कोई समस्या थी तो वह उसी वक्त उनसे बात कर सकता था।
उन्होंने कहा कि आईसीयू में उक्त मरीज के अलावा अन्य मरीज भी साथ ही भर्ती थे, ऐसे में किसी को भी वहां बंधक बनाना संभव ही नहीं है। डॉ. पाटीदार ने बताया कि वे हर स्तर पर जांच में सहयोग कर रहे हैं। डॉ. पाटीदार ने बताया कि मरीज आपराधिक प्रवृत्ति का है और पुलिस थाने पर उसका रिकार्ड है। उस दिन भी उसने कैंची लेकर स्टाफ को धमकाया, गाली, गलौज की। जांच दल को सारे दस्तावेज के साथ ही सभी वीडियों फुटेज दिए गए ।